मंगलायतन विश्वविद्यालय में कृषि संकाय और डिपार्टमेंट ऑफ टूरिज्म एंड हॉस्पिलिटी मैनेजमेंट का अनूठा सहयोग देखने को मिला। कृषि संकाय द्वारा विश्वविद्यालय परिसर में ही मशरूम और पालक की खेती की गई है। मशरूम और पालक का उपयोग करके डीटीएचएम के विद्यार्थियों ने कई स्वादिष्ट व्यंजन तैयार किए। इस पहल ने भोजन की खेत से लेकर थाली तक की अवधारणा से परिचय को सार्थक किया।
कुलपति प्रो. पीके दशोरा ने दोनों विभागों की संयुक्त पहल की सराहना करते हुए बताया कि अच्छा उदाहरण है कि कैसे दो विभाग एक साथ काम करके विद्यार्थियों को नवाचार और व्यावहारिक अनुभव प्रदान कर सकते हैं। डीटीएचएम के डा. रोबिन वर्मा व शेफ रामानंद मिश्रा ने बताया कि इस तरह के आयोजन से विद्यार्थियों को प्रयोगात्मक सीख के साथ उन्हें खाद्य पदार्थों के स्रोत और गुणवत्ता के बारे में भी जानकारी मिलती है। इससे उन्हें सफल शेफ और होटल व्यवसायी बनने में मदद मिलेगी। कृषि संकाय के विभागाध्यक्ष प्रो. प्रमोद शर्मा ने कहा कि हमारा उद्देश्य विद्यार्थियों को जैविक कृषि के महत्व के बारे में जागरूक करना है। कुलसचिव ब्रिगेडियर समरवीर सिंह, परीक्षा नियंत्रक प्रो. दिनेश शर्मा, वित्त अधिकारी मनोज कुमार, प्रो. रविकांत, प्रो. राजीव शर्मा, प्रो. अनुराग शाक्य व अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने इस पहल की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह व्यावहारिक ज्ञान विद्यार्थियों के आत्मनिर्भरता की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।
छात्रों ने मशरूम और पालक से बनाए स्वादिष्ट व्यंजन
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